Thursday, May 11, 2023

कुटुम्ब नामक संस्था को शुभ लाभ की जगह लूट का केंद्र बनाना : भाग 4




 आज माँ की बहुत याद आ रही प्रथम फोटो 15 जून 2020 का है और दूसरी फोटो 17 जून 2022 की है.विदित हैं कि जुलाई 2022 में माँ गोलोकवासी हुयी.

माँ 2015 से ज्यादा बीमार थी. माओ की पत्नी ने ,राहुल की पत्नी ने और फिर सयुग्वा की पत्नी ने जबरदस्त सेवा किया . सबसे ज्यादा समय सयुग्वा की पत्नी ने सेवा किया. अस्थमा और मधुमेह होने के बाद भी माँ का स्वास्थ्य बहुत अच्छा था. कोविद (covid) में मस्त रही. सितम्बर 2021 में शादी के बाद कणाद की पत्नी ने सेवा किया .

आखिरी समय शुभम हॉस्पिटल में कणाद और उसकी पत्नी ने सेवा किया. शुभम हॉस्पिटल से कणाद ने फ़ोन करके वेंटीलेटर लगाने के लिए मुझे बुलाया था. श्रुति और मैं माँ धूमावती और बटुक भैरव के मंदिर में माँ के लिए पूजा करने गए थे. पिता जी के फ़ोन के बाद मै श्रुति और राकेश रंजन के साथ शुभम हॉस्पिटल गया. वेंटीलेटर लगाने का हस्ताक्षर कर ही रहा था कि माँ के मृत्य हो गयी. मुझको बुलाकर ही क्यों हस्ताक्षर कराया गया ? ये एक यक्ष सवाल है.

12 दिन ICU में रहने के बाद मैंने माँ के स्वास्थ्य के लिए 2021 में 2 लाख रुपये चेक से दिया था. एक BPL का ऑक्सीजन मशीन भी दिया था.

अनेको सवाल है माँ के मृत्य पर. मैंने एक ईमेल से दुसरे ईमेल पर लिख कर रखा हूँ. आखिरी इलाज का पैसा देने के बाद गोलोकवासी माँ को घर ले आये. माँ को जल्द न्याय मिलेगा.
जल्द ही आगे ........

निम्नवत किश्त भी देखे:
#धौरहरा #दौलतपुर #कुटुम्बकम #वाराणसी

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